कौन है संजीव अरोड़ा? उपचुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने संजीव अरोड़ा का नाम किया आगे, क्या अरविंद केजरीवाल जाएंगे राज्यसभा?

कौन है संजीव अरोड़ा? उपचुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने संजीव अरोड़ा का नाम किया आगे, क्या अरविंद केजरीवाल जाएंगे राज्यसभा?

संजीव अरोड़ा लुधियाना के उद्योगपति हैं जिन्होंने 2022 से राज्यसभा में एंट्री की है।

 

sanjeev arora aap: आम आदमी पार्टी ने बुधवार को अपने राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को लुधियाना पश्चिम विधानसभा उपचुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवार घोषित किया है। जिससे अरविंद केजरीवाल के संसद में प्रवेश की अटकलें और भी ज्यादा तेज हो गई है। तो चलिए थोड़े विस्तार से जानते हैं कि संजीव अरोड़ा कौन है? और क्या आम आदमी पार्टी के प्रवक्तक अरविंद केजरीवाल अब राज्यसभा में एंट्री करने वाले हैं?

 

कौन है संजीव अरोड़ा?

 

आपको बता दें कि संजीव अरोड़ा लुधियाना के उद्योगपति हैं जिन्होंने 2022 से राज्यसभा में एंट्री की है। वे 2022 से ही राज्यसभा के सदस्य हैं उपचुनाव के लिए उनका नाम इसलिए आया क्योंकि लुधियाना पश्चिम सीट पिछले महीने आम आदमी पार्टी विधायक गुरप्रीत बस्सी जोगी के निधन के बाद खाली हो चुकी थी। आपको बता दें कि उपचुनाव की तारीख की घोषणा अभी भी बाकी है। आपको बता दें कि भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने भी लुधियाना पश्चिमी यूपी चुनाव के लिए अरोड़ा को मैदान में उतरने के आम आदमी पार्टी के कदम पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने तीन सवाल उठाए कि यह फैसला क्यों लिया गया? केजरीवाल राज्यसभा में जाना चाहते हैं? केजरीवाल दिल्ली में सरकारी आवास चाहते हैं? चुनाव हारने के बाद केजरीवाल को बड़ी ताकत का फॉर्म हो गया है?

 

क्या अरविंद केजरीवाल लेंगे राज्यसभा में एंट्री?

 

भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने संजीव अरोड़ा के उम्मीदवारी पर टिप्पणी करते हुए पूछा कि क्या इस कदम का उद्देश्य अरविंद केजरीवाल के लिए पंजाब में राज्यसभा में नामांकन का रास्ता साफ करना है? जिन्होंने हाल ही में नई दिल्ली में अपनी सीट को दी है। अमित मालवीय ने एक्स पर एक पोस्ट में पूछा क्या यह बेहतर नहीं होगा कि केजरीवाल के बजाय पंजाब से कोई व्यक्ति राज्य का प्रतिनिधित्व करें? आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी सीट की करारी हार के बाद अपना ध्यान पंजाब की ओर केंद्रित कर लिया है, जिसमें भाजपा के प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व सीएम को हराया है। अरविंद केजरीवाल 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए पंजाब में अपनी पार्टी की स्थिति को बेहतर बनाने का लक्ष्य बना रहे हैं, जिसके लिए उनके पास 2 साल का समय है। अमित मालवीय ने अपने सवाल खड़े किए की क्या आम आदमी पार्टी ने अरोड़ा को चुनाव जीतने और अपनी सीट खाली करने के बाद मंत्री पद देने का वादा किया था? उन्होंने कहा इस तरह की लेनदेन की राजनीति की निंदा की जानी चाहिए। लुधियाना के लोगों को संजीव अरोड़ा को हारना चाहिए ताकि वह अपनी सीट गवाए बिन अरविंद केजरीवाल को अपनी सीट न दे सके।

 

आम आदमी पार्टी का क्या कहना है?

वही आम आदमी पार्टी की तरफ से भी इस सवाल को लेकर रिएक्शन आया है आम आदमी पार्टी प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने केजरीवाल के संसद में प्रवेश की संभावना की चर्चा को खारिज कर दिया उन्होंने समाचार एजेंसी से कहा कि अरविंद केजरीवाल राज्यसभा नहीं जा रहे हैं, उन्होंने कहा है कि जहां तक आम आदमी पार्टी सुप्रीमो का सवाल है पहले उनके पंजाब के सीएम बनने की खबरें थी अब उनके राज्यसभा के चुनाव लड़ने की खबरें हैं। कक्कड़ ने कहा यह दोनों बातें बिल्कुल गलत है अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हैं। मैं मानता हूं कि उनकी मांग बहुत ज्यादा है लेकिन वह किसी एक सीट तक सीमित नहीं है।